मप्र / ऑनलाइन पेमेंट करने पर भी बिल पेंडिंग, तो 1912 पर करें शिकायत

शहर के कई बिजली उपभाेक्ता बिलाें का ऑनलाइन पेमेंट करने के बाद भी उन्हें परेशान हाेना पड़ रहा है। इनकी शिकायत है कि ऑनलाइन पेमेंट के बाद भी बिल पेंडिंग बताया जा रहा है। राेजाना ऐसी कई शिकायतें बिजली कंपनी के कॉल सेंटर में पहुंच रही हैं।  बिजली कंपनी के तकनीकी अधिकारियाें का तर्क है कि उपभाेक्ता जिस यूपीआई से पेमेंट कर रहे हैं, वह बिजली कंपनी के पाेर्टल काे अपडेट नहीं कर पा रहा हाेगा। बिजली कंपनी के एमडी मनीष सिंह का कहना है कि बिजली कंपनी का पाेर्टल पेमेंट गेन करने वाला यानी लेने वाला है, इसीलिए इस पर ऐसी काेई इरर नहीं हाे सकती।  यदि कंपनी के पाेर्टल पर ऐसी काेई इरर हाेती ताे पिछले चार दिन में करीब 6.5 कराेड़ रुपए का ऑनलाइन पेमेंट नहीं हाे पाता। इसमें किसी यूपीआई के सिस्टम की इरर हाेने की संभावना हाे सकती है। इसे भी जल्द दूर करने की काेशिश की जा रही है।


शिकायत के निपटारे के लिए यहां कर सकते हैं कॉल
आईटी सेल का कहना है कि यदि उपभाेक्ताओं काे यह दिक्कत हाे रही है ताे वे कंपनी के काॅल सेंटर के नंबर 1912, 2551912, टाेल फ्री नंबर 18002331912 पर कंपनी के माेबाइल एप उपाय पर भी शिकायत दर्ज करार्ई जा सकती है। शिकायत दर्ज हाेने के बाद संबंधित जाेन दफ्तर में प्रभारी काे अवगत कराया जाता है। वहां से डाटा चेक करके उपभाेक्ताओं काे माेबाइल एप पर इसका सही अपडेट दिया जाता है।  


ऑनलाइन बिल अपलाेड हाेने में देरी की यह है वजह
बिजली कंपनी के पाेर्टल पर ऑनलाइन बिल अपलाेड हाेने में देरी हाेती है। मान लीजिए किसी फीडर पर 5452 उपभाेक्ता हैं और इनमें से 453 की रीडिंग नहीं हाे सकी। रीडर इतने 4999 उपभाेक्ताओं की रीडिंग का डाटा अपलाेड कर देगा। बाकी उपभाेक्ताओं के यहां का पीएफएल यानी प्रीमाइसेस फाउंड लाॅक कैटेगरी में दर्शा दिया जाएगा। इनका डाटा बाद में अपलाेड कर दिया जाता है।


हकीकत... इस महीने ज्यादा आ रही हैं गड़बड़ी की शिकायत



  • 4.30 लाख बिजली उपभाेक्ता हैं शहर में

  • 85 हजार से ज्यादा करते हैं ऑनलाइन पेमेंट


बिजली कंपनी का दावा-पिछले चार दिन में इतना ऑनलाइन पेमेंट हुआ -22, 23, 24 फरवरी काे 6.36 कराेड़ रुपए, 25 फरवरी काे 1.5 कराेड़ रुपए