8वीं की परीक्षा बोर्ड कर दी गई है। रिजल्ट से सालभर कराई जाने वाली पढ़ाई के स्तर की पोल ना खुल जाए, इसके लिए शिक्षक सामूहिक नकल करवा रहे हैं। मामला विक्रमपुर संकुल के किशनपुर स्कूल का है। बुधवार को किशनपुर केंद्र में संस्कृत का पेपर चल रहा था, जिसमें सामूहिक नकल की सूचना मिली ताे दैनिक भास्कर प्रतिनिधि परीक्षा कक्ष में पहुंचे। कक्ष में देखा तो 2 कमरों में करीब 42 विद्यार्थी परीक्षा दे रहे थे, परीक्षा कक्ष में ड्यूटी पर 2 शिक्षक के अलावा 1 अन्य बाहरी व्यक्ति छात्र के पास बैठ प्रश्न-बैंक से नकल करवा रहा था।
जैसे बाहरी व्यक्ति ने कैमरा देखा ताे उठ खड़ा हुआ और चल दिया। दूसरी ओर देखने में आया कि ड्यूटी शिक्षक के हाथ में दिग्दर्शिका थी, जिससे वह भी बच्चों को सामूहिक नकल करवा रहे थे। प्रतिनिधि को देख तत्काल अपनी जेब में गोल घड़ी करके रख ली गई। किशनपुर परीक्षा केंद्र प्रभारी सुरेश तोमर से बात की ताे वे संतोषप्रद जवाब नहीं देते हुए बगले झांकते रहे। बार-बार सवाल करने पर उन्हाेंने कहा, सब ठीक चल रहा है।
आसपास के स्कूलों को मिलाकर बनाए गए परीक्षा के केंद्र
स्कूल शिक्षा विभाग ने 5वीं व 8वीं काे बाेर्ड कर दिया है, जिस वजह से आसपास के स्कूल के बच्चों को भी मिलाकर परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। स्कूल के शिक्षकों को चिंता सता रही, अगर बच्चे फेल हुए या पूरक आई तो गर्मी में स्कूल लगाकर पढ़ाई करवानी पड़ेगी और दोबारा परीक्षा दिलवानी होगी। इसलिए इस तरह की नकल करवाई जा रही है।
मोला गांव का भी एक वीडियो, दावा-बोर्ड पर लिखे उत्तर
ग्राम मोला के मावि में एक शिक्षिका परीक्षा के दाैरान बाेर्ड पर लिखते हुए का वीडियो भास्कर को एक व्यक्ति ने अपना नाम नहीं छापने की शर्त पर उपलब्ध करवाया है। वीडियो में दिख रहा कि परीक्षा कक्ष में बोर्ड पर शिक्षिका कुछ लिख रही थी, जिसे देख बच्चे भी अपनी उत्तर पुस्तिकाओ में लिख रहे हैं। मोला स्कूल के केंद्र प्रभारी गाेविंद वीके ने बताया, बोर्ड पर बच्चों को रोल नंबर आदि लिख कर बताना पड़ता है। नकल वाली कोई बात नहीं है, सब झूठ है। परीक्षा विधिवत ली जा रही है।
जांच करवाएंगे, दोषियों पर कार्रवाई करेंगे
राजीव सूर्यवंशी, डीपीसी देवास के मुताबिक, मामला आपके द्वारा संज्ञान में लाया गया है। हम इस मामले की गुरुवार को ही जांच करवाएंगे, जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।